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परागकण की मात्रा अधिक होने पर त्वचा की एलर्जी को कैसे रोकें?

Eczema flares and pollen content

एग्जिमा फ्लेयर्स और हवा में परागकण।

Atopic Dermatitis एक दीर्घकालिक त्वचा रोग है जिसका इलाज नहीं किया जा सकता लेकिन इसे प्रबंधित करना पड़ता है। एग्जिमा की तीव्रता समय के साथ बदलती है और कुछ कारणों की वजह से यह बदतर हो सकता है जिन्हें ट्रीगर्स कहते हैं। अलग-अलग प्रकार के ट्रिगर्स हैं और हर इंसान ट्रिगर्स द्वारा एक जैसे तरीके से प्रभावित नहीं होते। जब कोई व्यक्ति एग्जिमा के ब्रेकआउट से पीड़ित होता है यानी एग्जिमा की गंभीरता बदतर हो जाती है, कहा जाता है कि वह व्यक्त को फ्लेयर-अप हुआ है।

एग्जिमा और एलर्जी के बीच एक मजबूत रिश्ता है खासकर हवा में मौजूद ट्रिगर्स।हवा में आम इनडोर ट्रिगर्स में धूल के कण, पालतू जानवरों की रूसी आदि शामिल हैं। हाल के अध्ययनों से एक्जिमा फ्लेयर्स के विकास और हवा में परागकण के बीच एक संबंध का भी पता चला है। परागकण और संबंधित एलर्जी अक्षर मौसमी होते हैं और अधिकांश इनकी तीव्रता वसंत से गर्मी के इस बदलाव के दौरान बढ़ जाती है।

पराग जैसे पर्यावरणीय एलर्जी न केवल तत्काल एलर्जी प्रतिक्रिया उत्पन्न करते हैं बल्कि त्वचा की पारगम्यता बाधा को भी बाधित करते हैं। पराग से निकलने वाले लिपिड, ल्यूकोट्रिएन्स और प्रोस्टाग्लैंडिंस (पराग से जुड़े लिपिड मध्यस्थ) के साथ रासायनिक और कार्यात्मक समानताएं प्रदर्शित करते हैं। वे एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्रेरित करते हैं जो एक्जिमा के लक्षणों को बढ़ा कर फ्लेयर-अप का आकार देते हैं।

पराग एलर्जी बाल कूप के माध्यम से त्वचा में प्रवेश करते हैं और आमतौर पर एक हफ्ते तक वहां रुकते हैं। इस तरह, बालों के रोमों में प्रवेश करने वाले एलर्जी लंबे समय तक सक्रिय रह सकते हैं, जिससे त्वचा में जलन और फ्लेयर-अप हो सकती है।

उच्च परागकण में एग्जिमा प्रबंधन

  • EczemaLess जैसे टूल AI की मदद से आपके स्थान की परागकण के बारे में आपको मार्गदर्शन कर सकता है और आपके फ्लेयर-अप और ट्रिगर्स के बीच पारस्परिक संबंध को उजागर कर सकता है।
  • अध्ययन से यह पाया गया कि पराग उस त्वचा पर फ्लेयर-अप को ट्रिगर करता है और लक्षणों को बढ़ा देता है जो प्रत्यक्ष रूप से इसके संपर्क में आता है। इसलिए शरीर/ त्वचा को बाहर निकलते वक्त ढक लेने से आप खुद को पराग से सीधे संपर्क से बच सकते हैं जिससे ट्रिगर्स ना हो सके और साथ ही फ्लेयर-अप से भी बचा जा सके।
  • वसंत के दौरान मॉर्निंग वॉक या बाहर रहने से बचें क्योंकि सुबह के समय परागकण की मात्रा अधिक होती है। इसी प्रकार, वसंत ऋतु में पराग के सीधे संपर्क में आने से बचने के लिए ताजी कटी घास से बचें।
  • थोड़ी देर बाहर रहने के तुरंत बाद स्नान करें ताकि आप एलर्जी को दूर कर सकें, इससे पहले कि वे इम्यून प्रतिक्रिया को जन्म देकर किसी भी एलर्जी प्रतिक्रिया को बढ़ा दें।
  • यदि आपके स्थानीय इलाके में परागकण की मात्रा अधिक है तो इस वायुजनित एलर्जी को अपने घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए अपने दरवाजे और खिड़कियाँ बंद रखें। बाहर के उपकरण और टूल्स को घर के बाहर रखे ऐसा यदि आप नहीं कर पाते हैं तो कम से कम बेडरूम से बाहर रखे जिससे कि आप निश्चित कर सकें की आप अपने विश्राम करने की जगह में पराग नहीं ला रहे हैं।
  • अपने एयर कंडीशनर में एंटी-एलर्जी फिल्टर लगाएं जिस से परागकण की मात्रा को घर के अंदर सीमित किया जा सके। एयर कंडीशनर के उपयोग से तापमान को भी नियंत्रित किया जा सकता है जिससे पसीने और अंततः खुजली की संभावनाओं को कम की जा सकती है।
  • मॉइस्चराइज़र, गिला कपड़ा लपेटना, स्नान आदि के अपने दैनिक केयर रूटीन को कृपया न भूले साथ ही साथ पराग मौसम के दौरान अपने एग्जिमा को कारगर उपाय द्वारा प्रबंधित करें।
    अपने घर को एलर्जी मुक्त रखने के टिप्स द्वारा अपने घर को साफ रखे।

अध्ययन निर्दिष्ट: बिर्च पराग एटोपिक की गंभीरता को प्रभावित करता है eczema Clin Cosmet Investig Dermatol. 2015; 8: 539-548.

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